Wednesday, October 13, 2010

विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़

राज्य का नया प्रतीक वाक्य होगा 'विश्वसनीय छत्तीसगढ़' (विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़) इंग्‍लिश में क्रेडीबल छत्‍तीसगढ़ Credible Chhattisgarh

श्री नितिन गडकरी ने विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़ जारी किया प्रतीक वाक्य
भारत और दुनिया के लोग अब करते हैं छत्तीसगढ़ पर भरोसा : डॉ. रमन सिंह
विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा : छत्तीसगढ़ की विश्वसनीयता हुई गहरी और बहुआयामी

वरिष्ठ नेता श्री नितिन गडकरी ने कल सवेरे यहां मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निवास पर छत्तीसगढ़ राज्य के लिए प्रदेश सरकार द्वारा तैयार नया प्रतीक वाक्य 'विश्वसनीय छत्तीसगढ़' को आम जनता के लिए जारी किया। राज्य शासन द्वारा अपनी योजनाओं के प्रचार-प्रसार और जनसम्पर्क अभियानों में इस प्रतीक वाक्य का इस्तेमाल किया जाएगा। श्री गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि नये छत्तीसगढ़ राज्य में प्रदेश सरकार की विभिन्न जन-कल्याण्ाकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से आम जनता में विकास और विश्वास का एक नया वातावरण निर्मित हुआ है। श्री गडकरी ने इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों, संसदीय सचिवों और अधिकारियों-कर्मचारियों सहित राज्य की आम जनता को भी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।

विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने श्री गडकरी को बताया कि अपार क्षमताओं, अवसरों और अपार सद्भावना की धरती छत्तीसगढ़ ने पिछले दस वर्षों में यह साबित कर दिया है कि अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में मजबूती से उभरते भारत और दुनिया के लोग अब छत्तीसगढ़ पर भरोसा करते हैं और यही अब छत्तीसगढ़ की नयी पहचान बन गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यही इस प्रतीक वाक्य की रचना की बुनियाद है। उन्होंने कहा कि पहले छत्तीसगढ़ की पहचान अपार प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण एक ऐसे राज्य के रूप में थी, जो देश की आजादी की लगभग आधी शताब्दी गुजर जाने के बाद भी पिछड़ेपन की छाया से मुक्त नहीं हो पाया था। विगत एक नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ को पिछड़ेपन की कोख से जन्म राज्य के रूप में पहचान मिली थी।

विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़ के कुल क्षेत्रफल के करीब 50 प्रतिशत हिस्से में जंगल और कुल जनसंख्या का करीब 44 प्रतिशत हिस्सा अनुसूचित जातियों और जनजातियों का होना हमारी संस्कृति, सभ्यता और परम्परा के लिहाज से गर्व का विषय रहा, लेकिन समग्र विकास के लिए यह एक बड़ी चुनौती भी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की लगभग दो करोड़ 10 लाख की आबादी के लिए यह खुशी और गर्व का विषय है कि छत्तीसगढ़ ने पिछले 10 वर्ष में पिछड़ेपन की पहचान से मुक्त होने के लिए अपनी मजबूत इच्छा-शक्ति का प्रदर्शन किया है। इस दौरान राज्य में सामाजिक-आर्थिक विकास के अनेक क्षेत्रों में कई अभूतपूर्व और महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्ज की गयी। जनता में आत्म विश्वास का निरंतर विस्तार हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य में रहने वाले समाज के सभी वर्गों के लोगों में राज्य की अपनी अस्मिता के प्रति, अपनी सरकार के प्रति, अपने जीवन स्तर में वृध्दि के प्रति, समग्र विकास के अवसरों के प्रति और सुरक्षित भविष्य के प्रति विश्वास बढ़ा है। राज्य के संसाधनों में विकास की क्षमता के प्रति भी राज्य के भीतर और बाहर विश्वास की एक नयी लहर देखी जा रही है।

विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हीं भावनाओं को शामिल करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य के नये प्रतीक ' विश्वसनीय छत्तीसगढ़' Credible Chhattisgarh की रचना की गयी है। इसमें हर रंग राज्य की वन-संस्कृति और कृषि-संस्कृति का प्रतीक है। लाल रंग दस वर्ष पुराने नहीं बल्कि तरूणाई की ओर बढ़ते छत्तीसगढ़ के उत्साह, उमंग, जोश और गतिशीलता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का यह नया प्रतीक वाक्य 'विश्वसनीय छत्तीसगढ़' संस्कारों के लिए प्रतिबध्दता और समग्र विकास के लिए नवीन शिखरों तक पहुंचने के संकल्पों का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इन दो शब्दों को जोड़ते हुए धान की जो सुनहरी बालियां इसमें प्रदर्शित की गयी है, उनका आकार एक उड़ते हुए सुनहरे पक्षी का है। यह राज्य में विकास की वर्तमान तेज गति और भविष्य की स्वर्णिम संभावनाओं का भी प्रतीक है।

विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़ मुख्यमंत्री ने कहा कि अपार क्षमताओं, अवसरों और अपार सद्भावना की धरती छत्तीसगढ़ ने पिछले दस वर्षों में यह साबित कर दिया है कि अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में मजबूती से उभरते भारत और दुनिया के लोग अब छत्तीसगढ़ पर भरोसा करते हैं और यही अब छत्तीसगढ़ की नयी पहचान बन गयी है। उन्होंने कहा कि आजाद भारत की 63 वर्ष की विकास यात्रा से छत्तीसगढ़ के 10 वर्षों की तुलना का हालांकि कोई समान आधार नहीं है, पर इसके बावजूद छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों का योगदान यह विश्वास दिलाता है कि भारत की विकास गाथा में छत्तीसगढ़ की वर्तमान भूमिका के साथ-साथ भावी भूमिका और भी ज्यादा महत्वपूर्ण रहेगी। डॉ. रमन सिंह ने कहा छत्तीसगढ़ की विश्वसनीयता अब इतनी गहरी और बहुआयामी हो गयी है कि इसे शब्दों की सीमा में बांधना संभव नहीं है और अपनी इसी विश्वसनीयता के साथ छत्तीसगढ़ अपने प्रतीक चिन्ह की तरह एक सुनहरी उड़ान भर चला है।

इस विश्‍वसनीय छत्‍तीसगढ़ अवसर पर श्री जगत प्रकाश नड्डा, श्री रामसेवक पैकरा, विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, उपाध्यक्ष श्री नारायण चंदेल, गृह, जेल और सहकारिता मंत्री श्री ननकीराम कंवर, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम, कृषि मंत्री श्री चंद्रशेखर साहू, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा राजस्व मंत्री श्री अमर अग्रवाल, स्कूल शिक्षा और लोक निर्माण मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, जल संसाधन और उच्च शिक्षा मंत्री श्री हेमचंद यादव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले, नगरीय प्रशासन मंत्री श्री राजेश मूणत, वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री दयालदास बघेल, महिला और बाल विकास मंत्री सुश्री लता उसेण्डी, लोकसभा सांसद सर्वश्री विष्णुदेव साय और मुरारी लाल सिंह भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री के सचिव श्री अमन कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे।

रायपुर 05 सितम्बर 2010

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